आखिर क्यो वैदिक धर्म मे तलाक संभव ही नही है, आप भी पढे, विवाह के अंत मे पूर्णाहुति मंत्र का अर्थ और शास्त्रीय प्रमाण

वैदिक धर्म में तलाक नहीं हो सकता वेद की सम्मति में एक बार पति-पत्नी रूप में जिसका हाथ पकड़ लिया, जीवन भर उसी का हो कर रहना चाहिये – आचार्य प्रियव्रत वेदवाचस्पति वैदिक धर्म में तलाक की भी जगह नहीं हैं। वर-वधू को विवाह से पूर्व भली-भाँति देख-भाल और पड़ताल करके अपना साथी चुनने का … Read more

आध्यात्मिक विषय: त्रैतवाद सिध्दांत, क्या ईश्वर जिव और प्रकृति तीन ही अनादि तत्व है, “ब्रह्मांड मे” पढे क्या-कुछ कहता है वैदिक दर्शन

ईश्वर, जीवात्मा एवं प्रकृति विषयक आर्यसमाज के त्रैतवाद का सिद्धान्त ईश्वर- (१) ईश्वर एक है व उसका मुख्य नाम ‘ओ३म्’ है। अपने विभिन्न गुण-कर्म-स्वभाव के कारण वह अनेक नामों से जाना जाता है। (२) ईश्वर ‘निराकार’ है अर्थात् उसकी कोई मूर्त्ति नहीं है और न बन सकती है। न ही उसका कोई लिङ्ग या निशान … Read more