ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के कथित परमाणु सुरंग को इतनी सटीकता से निशाना बनाया है कि अगले 1000 वर्षों तक कोई भी उस सुरंग में प्रवेश नहीं कर सकेगा, ऐसा विश्लेषक मेजर जनरल राजीव नारायण (सेवानिवृत्त) ने बताया है। उन्होंने कहा कि यह भारत द्वारा किया गया एक ऐसा ऑपरेशन है जो इजराइल के अलावा किसी और देश ने नहीं किया है37।
राजीव नारायण, जो आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र और डिफेंस व स्ट्रैटेजिक एनालिस्ट हैं, ने बताया कि भारत ने ब्रह्मोस और इजरायली स्पाइक मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान के परमाणु सुरंगों के प्रवेश द्वारों को निशाना बनाया और ब्लॉक कर दिया है। इससे सुरंग के अंदर रेडिएशन फैल गया है, जो वहां के उपयोग को कम से कम 1000 सालों के लिए असंभव बना देता है5।
इस हमले ने पाकिस्तान की परमाणु क्षमताओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया है और अमेरिका समेत कई देशों को भारत से युद्धविराम की अपील करने पर मजबूर कर दिया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा और नियंत्रण केंद्रों को भी निशाना बनाया गया, जिससे पाकिस्तान की परमाणु धमकी कमजोर हो गई है145।
संक्षेप में, भारत की यह सटीक और प्रभावी कार्रवाई पाकिस्तान के परमाणु प्रतिष्ठान को नष्ट करने वाली मानी जा रही है, जिससे पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा प्रणाली पर गहरा असर पड़ा है और यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
राजीव नारायण, जो आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र और डिफेंस व स्ट्रैटेजिक एनालिस्ट हैं, ने बताया कि भारत ने ब्रह्मोस और इजरायली स्पाइक मिसाइलों के जरिए पाकिस्तान के परमाणु सुरंगों के प्रवेश द्वारों को निशाना बनाया और ब्लॉक कर दिया है। इससे सुरंग के अंदर रेडिएशन फैल गया है, जो वहां के उपयोग को कम से कम 1000 सालों के लिए असंभव बना देता है5।
इस हमले ने पाकिस्तान की परमाणु क्षमताओं को गंभीर रूप से प्रभावित किया है और अमेरिका समेत कई देशों को भारत से युद्धविराम की अपील करने पर मजबूर कर दिया है। इस हमले के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों की सुरक्षा और नियंत्रण केंद्रों को भी निशाना बनाया गया, जिससे पाकिस्तान की परमाणु धमकी कमजोर हो गई है145।
संक्षेप में, भारत की यह सटीक और प्रभावी कार्रवाई पाकिस्तान के परमाणु प्रतिष्ठान को नष्ट करने वाली मानी जा रही है, जिससे पाकिस्तान की परमाणु सुरक्षा प्रणाली पर गहरा असर पड़ा है और यह क्षेत्रीय सुरक्षा के लिहाज से एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।